DNA ka full form – दोस्तों DNA शब्द को आपने कई बार सुना होगा। अगर आप विज्ञान के विद्यार्थी रहें हों तो शायद आपको डीएनए का फुल फॉर्म पता होगा। पर कई लोगों ने सुना तो होगा पर इसका फुल फॉर्म नहीं जानते होंगे। तो आज देखते हैं दोस्तों DNA full form in Hindi .
तो दोस्तों अच्छा बताइए की आपने यह शब्द कहाँ सुना है ? अगर आप विज्ञान के विद्यार्थी नहीं हो तब भी आपने इस शब्द को सुना होगा।
कई बार आपने समाचार में या सिनेमा में आपने सुना होगा की “DNA टेस्ट होगा ” .
तो आखिर ये DNA टेस्ट क्या है और उससे बढ़ के ये DNA क्या है। हम सब को जो भी शब्द का पता है सुका फुल फॉर्म भी पता होना चाहिए।
हमारे आम ज्ञान के लिए भी यह बहुत जरूरी है। डीएनए टेस्ट क्या होता है , कैसे होता है और इसका महत्व क्या है ?
सो आइये दोस्तों जानते हैं DNA full form in Hindi ( डीएनए का फुल फॉर्म ) .
DNA kya hai | डीएनए क्या है ?
सो अगर आप ने १० वीं के बाद साइंस से ११ और १२ किया है तो आपको DNA के बारे में काफी पता होगा। आपके बायोलॉजी ( Biology ) विषय में इसके बारे में अच्छी जानकारी दी जाती है। अच्छे से पढ़ाया जाता है।
पर क्या आपको पता है की इस दुनिया में हर जीवित वास्तु में , इंसानों से लेकर , जानवर , पेंड, या हर सूक्छम प्राणी जैसे बैक्टीरिया या वायरस में DNA होता है। और यह डीएनए पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ता रहता है।
यानी उदहारण के लिए किसी भी इंसान का DNA उसके माता पिता के DNA से मिलेगा। है न ईश्वर के ये आश्चर्यजनक रचना !
क्या आपको पता है ? चिंपांजी और मनुष्य के DNA में 98 प्रतिशत समानता होती है.
सो चलिए दोस्तों अब DNA ka full form देख लेते हैं और फिर इसकी संरचना देखेंगे।
DNA ka full form kya hai ? DNA full form in hindi
DNA full form = Deoxyribonucleic acid
DNA full form in hindi = डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक अम्ल
D – Deoxyribo ( डीऑक्सीराइबो)
N – Nucleic ( न्यूक्लिक )
A – Acid ( अम्ल )
हर जीवित कोशिका ( यानि के हमारे हर सेल ) के गुणसूत्र यानि की क्रोमोज़ोम (Chromosome) में पाए जाने वाले तंतुनुमा अणु को DNA ( डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक अम्ल ) कहते हैं।
यानि की एक तरह से ये हमारे शरीर का सबसे छोटा भाग ! ( मतलब DNA भी अणु से बना होता है पर अपने समझने के लिए आप इसे अपने शरीर का सबसे छोटा हिस्सा कह सकते हैं )
DNA की संरचना कैसी होती है ?
अब यह एक सीढ़ी के आकर का होता है , जैसा की आप नीचे फोटो में देख सकते हैं और डीएनए का एक अणु चार अलग-अलग वस्तुओं से बना है जिन्हें न्यूक्लियोटाइड कहते है।
क्या आपको पता है ? इंसानों का DNA 99.9 प्रतिशत सभी इंसानों में समान होता हैं और जो बचा गया 0.01 प्रतिशत है वह सभी इंसानों को एक दूसरे से अलग बनाता हैं.

DNA हर जीवित कोशिका में होता है। इसके बिना कोई भी जीव नहीं होता। सो आप इसे हम सब में , मनुष्यों में , जानवरों में , पेड़ पौधों में , बैक्टीरिया में , वायरस में , यानि हर जगह पाएंगे।
हर इंसान में २३ जोड़े डीएनए होते हैं कोशिकाओं में जो उसे उसके माता पिता से प्राप्त होते हैं। हर जोड़े में एक डीएनए माता से प्राप्त होता है और दूसरा पिता से।
यही वजह की जब किसी बच्चे की लम्बाई काम होती है तो हम कहते हैं की माता पिता में से किसी एक की लम्बाई भी काम होगी ! DNA में ये सब कोड होता है।
DNA की खोज किसने की ?
ऐसा माना जाता है की DNA की खोज 1953 में हुआ था। इसे खोजने वाले वैज्ञानिक के नाम थे – जेम्सवाटसन और फ्रांसिस क्रिक।
क्या आपको पता है ? DNA 0.09 माइक्रोमीटर की जगह लेता है। 1 ग्राम DNA में 700 टेराबाइट की जानकारी आ सकती है। और इसपे रिसर्च चल रहा है की इसका उपयोग कंप्यूटर की दुनिया में डाटा स्टोर करने में कैसे किया जाये ?
इस खोज के लिए इन्हें वर्ष 1962 में नोबेल पुरुष्कार से सम्मानित भी किया गया था.
लेकिन बहुत काम लोग ये जानते हैं की डीएनए की पहचान सबसे पहले 1860 के दशक के उत्तरार्ध में स्विस रसायनज्ञ फ्रेडरिक मीशर द्वारा की गई थी।
DNA टेस्ट क्या होता है ?
अब जानते हैं DNA टेस्ट के बारे में। कई बार फिल्मों में इसके बारे में सुना होगा , कई बार समाचार में इसके बारे में सुना होगा। सो जानते हैं की DNA टेस्ट होता क्या है ?
आप कई बार अपना हेल्थ चेक करवाने गए होंगे। आपके ब्लड सैंपल के टेस्ट जरिये आपको पता चलता है की आपको क्या समस्या है या क्या हो सकती है और फिर आप डॉक्टर से राय लेके उसके लिए दवाई भी ले सकते हैं।
बिलकुल यही तरीका DNA टेस्टिंग का है।
आपका डीएनए / DNA आपके स्वास्थ्य के बारे में मूल्यवान जानकारी संजो के रखता है, जैसे कि रोग की पूर्वनिर्धारण, पोषण की आवश्यकताएं, दवाओं के प्रति प्रतिक्रिया, प्रतिरक्षा, मस्तिष्क प्रदर्शन, आदि।
जीनोमिक परीक्षण यानि के Genetic testing , या आप इसे DNA टेस्ट भी कह सकते हैं , आपको अपने स्वास्थ्य पर नियंत्रण रखने और अपने जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करता है।
आप यह टेस्ट अपने जीवन में एक बार करते हैं और फिर उसके रिपोर्ट के जरिये आप डॉक्टर की सलाह से अपने रिस्क फैक्टर के लिए उपाय कर सकते हैं।
DNA टेस्ट पहले बहुत महंगे हुआ करते थे। मुझे याद है आज से १०-१२ साल पहले ये टेस्ट लाखों में होते थे और इसकी वजह यह थी की भारत में इन टेस्ट की या टेस्ट किट की सुविधा नहीं थी और बहार से आयत करना पड़ता था।
लेकिन अब ये टेस्ट भारत में ही हो जाते हैं और बहुत सस्ते हो गए हैं। ये टेस्ट आज के टाइम में 3500 /- रूपये से ही शुरू हो जाते हैं। और आज 2000 + टेस्ट आप कर सकते हो।
आज आप देखो तो बहुत सी मेडिकल लैब खुल गयी हैं जो इस फील्ड में काम कर रही है और मैं कुछ उदहारण नीचे दे रही हूं।
https://diagnostics.medgenome.com/,
ये कम्पनीज आपको बहुत सस्ते में जीनोम टेस्टिंग पैकेजेस प्रदान करती हैं। और तो और आप की जरूरत के हिसाब से टेस्टिंग पैकेज देती हैं। जैसे की मान लीजिये आप सिर्फ दिल की बीमारी का रिस्क जानना चाहते हैं तो वो खाली उसके लिए ही जेनेटिक टेस्ट करेंगीं !
ये रिपोर्ट एक लिस्ट होती है जिसमे बताया जाता है की आपकी किस जीन के वजह से आप किस बीमारी के रिस्क में ज्यादा है।
ये रिपोर्ट ये साबित नहीं करती की आपको वो बीमारी होगी की नहीं। ये ध्यान रखने वाली बात है। रिपोर्ट सिर्फ ये बताएगी की आपके DNA में एक ऐसा जीन है जो किसी बीमारी के खतरे को बढ़ाता है।
इसलिए ये जरूरी होता है की आप रिपोर्ट के बाद किसी डॉक्टर से मिले और पहले से ही सावधानी लेना शुरू करें।
मान लीजिये आपकी रिपोर्ट कहती है की कोरोनरी हार्ट के बीमारी का रिस्क ज्यादा है तो आप पहले से सावधानी बरतेंगे ताकि रिस्क को काम किया जा सके।
अब रही फिल्म वैगरह में DNA टेस्ट की बात तो वो paternity testing के सन्दर्भ में ज्यादा सुनायी देती है। paternity testing यह साबित करता है की माता पिता जो इस टेस्ट का हिस्सा हैं वो बच्चे के जैविक माता पिता है की नहीं !
तो आइये अब DNA के महत्वा के बारे में थोड़ा और जान लें।
DNA का महत्व
DNA के बारे में जानने के बाद एक बात तो साफ़ है की हम सब DNA से बने हैं तो महत्व का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। पर आइये जानते हैं की DNA का इस्तेमाल कहाँ कहाँ होता है हमारे अपने कोशिकाओं के अलावा।
Genetic engineering / जेनेटिक इंजीनियरिंग : जेनेटिक इंजीनियरिंग वो तरीका है जिसका इस्तेमाल करके ऐसे बीज बनाये गए जिसमे कीड़े नहीं लगते। आपने जेनेटिक मॉडिफाइड बीज ( GM seeds ) में बारे में शायद सुना है।
इस्पे बड़ी चर्चा हुई है पिछले कुछ सालों में। लेकिन आज के ज़माने के GM बीज , GM पौधे एक सचाई है और इस्तेमाल होते हैं।
DNA profiling / Genetic testing इत्यादि : इसकी बात हमने ऊपर की थी। एक तरह से आपके जीन का पूरा जनम पत्री बना दी जाती है जो आपको यह बताता है की आपके कौन से जीन से आपको लक्षण मिले हैं। आपका हेल्थ प्रोफाइल क्या है , इत्यादि
BioInformatics / बायोइन्फरमेटिक्स : इसे बायोलॉजी और इनफार्मेशन सिस्टम का जोड़ कह सकते हैं। ये अपने आप में बहुत बड़ी फील्ड है और इसमें आजकल स्नातक की डिग्री भी दी जाती है।
Information Science / इनफार्मेशन साइंस : आज के समय में कम्पूटर हर जगह हाउ=ी और ढेर सारा डेटा बन रहा है। आप हर इनफार्मेशन जो देखते हैं वो एक डेटा रूप है और शायद आपको पता न हो पर इस बात पे रिसर्च चल रहा है की क्या हम DNA जैसा कुछ बना के उसमे डेटा जमा कर सकते हैं ? बहुत ही रोचक विषय है ये।
सारांश
दोस्तों उम्मीद करती हूं की आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। कैसी लगी आपको ये इनफार्मेशन। अगर पसंद आई है तो इसे सोशल मीडिया पे जरूर शेयर करें।
सो दोस्तों कैसी लगी यह जानकारी – DNA ka full form – DNA full form in Hindi ( डीएनए का फुल फॉर्म ) . हमें अपना फीडबैक जरूर भेजिए !
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